दोस्तों जैसा की हम जानते है की सनातन धर्म में हनुमान जी की पूजा करने का कितना महत्व है। और अगर आप भी एकदम सटीक माहिती चाहते है तो आप बिलकुल सही जगह आये है।
आज हम जानेगे की हनुमान जी की पूजा कैसे करते है, उसमे कौनसे नियम होते है और हनुमान जी की पूजा पाठ करने से हमें जीवन में क्या क्या लाभ मिलते है। तो चलिए बिना टाइम बिगाड़े आपको सही माहिती देता हु।
आपकी पूजा को सफल बनाने वाली (Hanuman Puja Samagri List) हनुमान पूजा सामग्री लिस्ट:
हमें चाहिए गंगाजल, जल, इत्र, घी, चमेली का तेल, लाल कपडा मूर्ति रखने के लिए, दीपक, धूप और अगरबत्ती, रोली (कुमकुम), चंदन, फूल और फूलो की माला, फल, मिठाई और पान का बीड़ा (भोग के लिए) और आपकी मन से श्रद्धा।
(Lord Hanuman Puja Vidhi) भगवान हनुमान जी की पूजा विधि:
वैसे तो हनुमान जी की पूजा आप कभी भी कर सकते है पर अगर आप उनकी विशेष कृपा पाना चाहते है तो आप मंगलवार को उनकी पूजा कीजिए आपको विशेष लाभ होगा।
- सबसे पहले सुबह उठकर दोनों हाथ जोड़कर हनुमान जी को प्रणाम कीजिए।
- उसके बाद अपनी नित्यविधि करने के बाद आप स्नान कर के तैयार हो जाईये।
- स्नान करते समय आप चाहे तो गायत्री मंत्र या शिव मंत्र का जाप कर सकते है।
- उसके बाद एकदम स्वच्छ कपडे पहन लीजिए हो सके तो सफ़ेद धोती और कुर्ता पहन लीजिए।
- अब आपके घर मंदिर की साफ़-सफाई कर लीजिए और गंगाजल छिड़ककर उसे भी शुद्ध कर दीजिए।
- उसके बाद एक चौकी पर एक लाल कपडा रख के हनुमान जी की मूर्ति की स्थापना कर दीजिए।
- अब हनुमान जी को वस्त्र पहनाये उसके बाद कुमकुम, अक्षत और फूल उनके ऊपर चढ़ाये।
- हनुमान जी को अब चंदन का तिलक लगा दीजिए और फूलो की माला पहना दीजिए।
- उसके बाद हो सके तो चमेली के तेल का दिया जलाये यह हनुमान जी को प्रिय है।
- उसके बाद आप अपना हनुमान चालीसा या सुंदरकांड का पाठ शुरू कर सकते है।
- पाठ समाप्त होने के बाद हनुमान जी की आरती कीजिए।
- आरती करने के बाद हनुमान जी को थाल-भोग लगाइये जिसमे बूंदी और लड्डू आप रख सकते है यह उनका प्रिय भोजन है।
- आखिर में दोनों हाथ जोड़कर पूजा-पाठ में किसी गलती के लिए उनसे माफ़ी मांगिये और प्रसाद का वितरण करके उनका आशीर्वाद प्राप्त कीजिए।
तो दोस्तों ये थी हनुमान जी की संपूर्ण पूजा विधि अब हम जानेंगे की पूजा करने से हमें क्या क्या लाभ होंगे।
मंगलवार के दिन पूजा से मिलते हैं यह 10 लाभ:
सभी संकट और मुश्किलें दूर होती है, शक्ति और साहस मिलता है, बुरी शक्तियों से रक्षा होती है, स्वास्थ्य में सुधार, भक्ति और ध्यान में वृद्धि, इच्छाओं की पूर्ति, पढ़ाई में तेज़, बिजनेस या धंधे में सफलता मिलती है, भुत-प्रेत दूर भागते है, सकारात्मक और पोसिटिव रहते है और आंतरिक शांति मिलती है और साथ ही आध्यात्मिकता हमारी बढ़ती है। ये सभी फायदे होते है अगर हम मंगलवार को हनुमान जी की पूजा अर्चना करते है।
यह ऊपर जो भी मैंने बताया है वो सभी आपको पूजा करने से प्राप्त होते है। अब हम जानते है की हनुमान पूजा विधि करते समय क्या क्या हमें ध्यान रखना चाहिए तो चलो आगे हम वो पढ़ते है।
हनुमान पूजा में क्या न करें: 10 ज़रूरी बातें
- शुद्धता: पूजा से पहले स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र पहनें। पूजा स्थान को भी साफ रखें।
- मांसाहार: पूजा से पहले और बाद में मांसाहार का सेवन न करें हनुमान जी शाकाहारी हैं।
- अशुद्धता: पूजा के दौरान नशे की हालत में या गुस्से में न हों।
- स्त्रियों के लिए नियम: परंपरागत रूप से महिलाएं सीधे हनुमान जी को वस्त्र या चोला नहीं चढ़ा सकतीं वे अपने पति या पुत्र के माध्यम से ऐसा कर सकती हैं। मासिक धर्म के दौरान किसी भी देवता की पूजा नहीं करनी चाहिए।
- तुलसी: हनुमान जी को तुलसी का पत्ता, चरणामृत या पंचामृत नहीं चढ़ाना चाहिए।
- नमक: यदि आप मंगलवार या शनिवार का व्रत रख रहे हैं तो नमक का सेवन न करें। हनुमान जी के व्रत मीठे रखे जाते हैं।
- अनादर: पूजा के दौरान सम्मान और भक्ति बनाए रखें। विचलित न हों या अपमानजनक व्यवहार न करें।
- जल्दबाजी: पूजा में जल्दबाजी न करें हर चरण का ध्यानपूर्वक पालन करें और अपनी प्रार्थनाओं पर ध्यान केंद्रित करें।
- दिखावा: दूसरों को प्रभावित करने या दिखावा करने के लिए पूजा न करें।
- संदेह: पूजा करते समय आस्था और विश्वास बनाए रखें।
जी हां तो दोस्तों ये थी हनुमान जी की पूजा करने की संपूर्ण माहिती जो हमने ख़ास आप सभी हनुमान भक्तो के लिए ही लिखी है अब आप आराम से इस लेख को पढ़ के हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए पूजा कर सकते हो। और यह जानकारी कैसी लगी हमें जरूर बताना।